Thursday, January 8, 2015

क्या यही है रामराज ?

  हर हिंदू महिला को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए। उत्तर प्रदेश के उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महराज की नजर में चार बच्चे पैदा करने से धर्म व देश की रक्षा होगी। एक ओर सरकार जहां जनसंख्या को विकास की राह में रोड़ा मान हम दो,  हमारे दो का नारा दे कर देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश कर रही है वहीं देश के एक सांसद का इस तरह का बयान  देना उचित नहीं है। 
  इन भगवा चोला धारियों के गैर जिम्मेदाराना बयानों से विवादों की लिस्ट में इजाफा हो रहा है। साक्षी महाराज को यह समझना चाहिए कि यदि चार बच्चे जनने से धर्म और देश की रक्षा होगी तो उत्तर प्रदेश इस मामले में अव्वल होता। 80 फीसदी हिंदू आबादी वाले देश के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले राज्य  उत्तर प्रदेश में प्रति दंपत्ति चार बच्चों का औसत है, जो कि केरल में प्रति दंपत्ति बच्चों की संख्या से लगभग दोगुना है। इन दोनों राज्यों की तुलना करने पर यह जग जाहिर है कि सबसे ज्यादा धार्मिक उन्मादों का गढ़ उत्तर प्रदेश ही है। कल्पना करिए कि पूरे देश भर में उत्तर प्रदेश जैसे राज्य हो जाएं तो देश की हालत क्या होगी। 
   शायद साक्षी महराज ने प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांछी योजना मेक इन इंडिया का यही मतलब निकाला है। विशेषज्ञों की नजर में बढ़ती जनसंख्या न केवल सामाजिक और आर्थिक विकास के अभाव का नमूना है बल्कि सामाजिक आर्थिक विकास कम होने का मूल कारण भी है। साक्षी महराज ने इसके पहले भी नाथूराम गोड़से को सच्चा राष्ट्रभक्त भी बताया था। वहीं एक और भाजपा सांसद ने रामजादे-हरामजादे प्रकरण भी शुरू किया था। विहिप लगातार घर वापसी भी करा रही है। आज नसीहतें देने वाले यह नेता कब फतवा जारी करना शुरू कर दें इस बात का कोई अनुमान नहीं है।जन्म से ही हर व्यक्ति को हिंदू बताने वाले महंत सरस्वती और हर बच्चा मुस्लिम पैदा होता है  कहने वाले ओवैसी ने देश की 125 करोड़ जनता को हिंदू-मुस्लिम के बीच में लाकर खड़ा कर दिया है। क्या घर वापसी कर के चार बच्चे पैदा करना और नाथूराम गोड़से की पूजा करना आदि ही रामराज के द्योतक हैं? क्या इन्ही अच्छे दिनों के लिए जनता व्याकुल थी? 

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